सवाल ?

सवाल:- मंदिर में मोर का ही पंख क्यों लगाया
जाता है ?
जबाब :- मोर ही अकेला एक ऐसा प्राणी है
जो ब्रह्मचर्य को धारण करता है ।
जब मोर प्रसन्न होता है तो वह अपने पंखो को फैला
कर नाचता है
और जब नाचते-नाचते मस्त हो जाता है तो उसकी
आँखों से आँसू गिरते है ।
और मोरनी इन आँसू को पीती
है और इससे ही वह गर्भ धारण करती
है ।
मोर में कही भी वासना का लेश
भी नही है और जिसके
जीवन में वासना नहीं ,
भगवान उसे अपने शीश पर धारण कर लेते है...॥
जिनको नहीं पता है कि मंदिर में मोर के पंखों
की बनी पिच्छी क्यों
होती है , उन्हें इस मेसेज को जरुर पढ़ाएं और अपने
परिवार , दोस्तों को भी पढ़ने को दें ।।

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